दौसा
 दौसा जिले के नांदरी गांव में हुए बवाल के मामले में अब दोषियों के खिलाफ एक्शन हो रहा है। पुलिस ने चार आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं। वहीं 15 से अधिक संदिग्ध आरोपियों को पुलिस ने डिटेन कर रखा हैं। गुरुवार की रात हुए इस बवाल के मामले में पुलिस ने कुल तीन एफआईआर दर्ज की है। इसमें पहली एफआईआर पुलिस की तरफ से ASI शीशराम ने दर्ज कराई है। इसमें करीब 15 नामजद सहित 100 से 150 अन्य लोगों के खिलाफ राज कार्य में बाधा पहुंचाना, सरकारी संपत्ति को नुकसान और पथराव की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

मकान जलाने को लेकर दो एफआईआर

इस मामले में कुल चार मकानों में ग्रामीणों ने आग लगाई थी। तीन मकान एक लोकेशन पर थे। जबकि एक मकान दूसरी लोकेशन पर था। दोनों लोकेशन पर घटनाक्रम का समय भी अलग-अलग था। इसलिए मकान में आग लगाने के संबंध में दो अलग FIR दर्ज की गई है। इसमें करीब 35 लोगों को नामजद बनाया गया है और 100 से 150 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ये FIR हत्या का प्रयास, लूट और आगजनी की धाराओं में दर्ज की गई है।

आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के चारों मकान में की तोड़फोड़, आगजनी

दरअसल मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र के एक गांव में 6 माह की गर्भवती महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने जगराम मीणा नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था। ग्रामीण, आरोपी जगराम मीणा के परिवार को सबक सिखाना चाहते थे। इसी के चलते गुरुवार की शाम गांव में पंचायत हुई और इस पंचायत के बाद ग्रामीणों ने जगराम मीणा व उसके रिश्तेदारों व भाईयों के चार मकानों पर धावा बोल दिया। मकान में तोड़फोड़ की गई, आग लगा दी गई। दीवारें और छते भी तोड़ दी गई। घरेलू सामान को जलाकर नष्ट कर दिया गया। टीवी, फ्रिज, एसी, वाशिंग मशीन सहित अन्य सामान को तोड़फोड़ कर बाहर फेंक दिया गया। एक जुगाड़ व बाइक को भी जला दिया गया।

आरोपी के परिजनों ने घर छोड़ा

इधर इस बवाल के बाद हत्या के आरोपी जगराम मीणा के चारों ही घरों मे अब कोई भी सदस्य मौजूद नहीं है। शुक्रवार की दोपहर पुलिस की मौजूदगी में जगराम मीणा के परिजनों ने घर को संभाला था, लेकिन घर में तोड़फोड़ अधिक होने के कारण वह अपनी मवेशियों व जरूरी सामान को लेकर रिश्तेदारों के यहां पलायन कर चुके हैं।

Source : Agency