जयपुर

राजस्थान की राजधानी जयपुर स्थित नाहरगढ़ बायलॉजिकल पार्क की बाघिन 'रानी' मां बन गई है, और उसने तीन शावकों को जन्म दिया है। इनमें से एक दुर्लभ किस्म का सफेद शावक भी है। मां और बच्चों पर सीसीटीवी कैमरे की मदद से नजर रखी जा रही है। टाइग्रेस और शावकों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए उनके पिंजरे में एक कूलर भी लगाया गया है।

इस बारे में जानकारी देते हुए उप वन संरक्षक जगदीश गुप्ता ने कहा, 'बाघिन ने शुक्रवार सुबह तीन शावकों को जन्म दिया। तीनों शावकों में से एक सफेद रंग का है, जबकि अन्य दोनों सुनहरे रंग के हैं। बाघिन तीनों बच्चों की देखभाल कर रही है। स्टाफ के सदस्य सीसीटीवी कैमरा की सहायता से बाघिन रानी और उसके शावकों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।'

साल 2021 में इस बाघिन को ओडिशा के नंदनकानन से जयपुर लाया गया था। जुलाई 2022 में शिवाजी बाघ को ग्वालियर के गांधी जूलॉजिकल पार्क से जयपुर लाया गया था। यहां नाहरगढ़ बायलॉजिकल में दोनों का जोड़ा बनाया गया।

वाइल्ड लाइफ एक्सचेंज प्रोग्राम के हिस्से के रूप में, बाघों की आबादी को बढ़ाने के उद्देश्य से शिवाजी को राजस्थान लाया गया था। जयपुर आने के बाद शिवाजी के साथ बाघिन का जोड़ा बनवाया गया। शिवाजी के बदले में जयपुर से एक तेंदुआ, भेड़ियों का एक जोड़ा और भारतीय लोमड़ियों का एक जोड़ा ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान में स्थानांतरित किया गया था।

गुप्ता ने बताया कि जैसे ही हमें रानी के गर्भवती होने की बात पता चली, तो हमने उस पर निगरानी रखना शुरू कर दिया था। इस दौरान पिछले एक महीने से साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही एक केयरटेकर को नियुक्त करते हुए बाघिन की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी उसे सौंपी गई है।

जयपुर के इस पार्क में लम्बे समय तक सिर्फ चार बाघ और बाघिन ही थे। अब रानी द्वारा तीन शावकों को जन्म देने के बाद इस नाहरगढ़ बायलॉजिकल पार्क में बाघों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। हालांकि फिलहाल ये पता नहीं चल सका है कि पैदा हुए तीनों नवजात शावकों में से कौन बाघ है और कौन बाघिन है?

 

Source : Agency